07 October 2011

बेवफाई भी ज़रूरी है वफ़ा से पहले !!



मर्ज़ जिस तरह से लाजिम है दवा से पहले !
बेवफाई भी ज़रूरी है वफ़ा से पहले !!

ख्वाहिश ऐ दीद है यूँ दिल को क़ज़ा से पहले !
तुमसे मिलने की तमन्ना है खुदा से पहले !!

आरजू तो है चरागों को जलाने की मगर !
मुझको मालूम तो करने दो हवा से पहले !!

जब मेरा साथ निभाना ही नहीं था तुमको !
क्यों दिए मुझको मुहब्बत में दिलासे पहले !!

सिर्फ खिलअत से नहीं आबरू औरत की 'हिलाल ' !
शर्म आँखों में रखी जाये रिदा से पहले !!


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