तुझे देखा था पिछली साल पहली बार होली में !
खुशाकिस्मत जो फिर से हो तेरा दीदार होली में !!
नज़र आने लगे यूँ प्यार के आसार होली में !
झुका के नज़रें उसने जब किया इकरार होली में !!
लगाया क्या गुलाबी रंग हमने तेरे चेहरे पर !
हुए है और भी ज्यादा हंसी रुखसार होली में !!
शरारत करने का मौक़ा मिला है आज किस्मत से !
हमे जी भर के रंगने दे न कर इनकार होली में !!
भुला कर सब गिले शिकवे चलो हम एक हो जायें !
खलिश दिल की मिटा डालें बढाएं प्यार होली में !!
गले हम भी मिलें तुमसे गले तुम भी मिलो हमसे !
न हो पाए कोई रंजिश कोई तकरार होली में !!
कहीं ना इत्तेफाकी का निशाँ बाकी न मिल पाए !
मुहब्बत की उड़े पिचकारियों से धार होली में !!
हमें छुप छुप के वो देखें, उन्हें छुप छुप के हम देखें !
हिलाल ऐसा मज़ा आता रहे हर बार होली में !!
Holi say sambandit ser dalo
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