Hilal Badayuni -- ( हिलाल बदायूंनी )
16 February 2010
तकल-लुफ
इस बार वो ये बात अजब पूछते रहे ,
मेरी उदासियो का सबब पूछते रहे ;
अब ये मलाल है के बता देते राज़ -ऐ -दिल
तब कह सके न कुछ भी वो जब पूछते रहे !
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