Hilal Badayuni -- ( हिलाल बदायूंनी )
19 March 2010
अपना घर
परदेस में रहने की ख़ुशी और अलम और ,
याद आये अगर घर की तो होता है सितम और !!.
परदेस से खींचे है कशिश घर की कुछ ऐसे ,
जाना हो अगर घर पे तो बढ़ते है क़दम और !!.
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